माना की अँधेरा घना है मगर दीपक जलाना कहा मना है इसलिए अपने अंदर हमेशा आशा की किरणों को जलाए रखे घबराए नही बल्कि सतर्कता बरते , मन को शांत रखे , लोगो को भी जागरुक करे
WHO ने साझा किये कोरोना वायरस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी :-
कोरोना वायरस गर्म और ठण्डे दोनों प्रकार की जलवायु में फैलता है
कोरोना वायरस को शर्दी नही मार सकती
कोरोना वायरस मच्छरों के काटने से नही फैलता
लहसुन को खाने से कोरोना के संक्रमण पर कोई प्रभाव पड़ता नही इसके कोई प्रमाण नही मिले है
सूखे हाथ का प्रभाव कोरोना वायरस पर नही पड़ता |
यात्रा करे या नहीं-
इस वायरस से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है ऐसे मे यात्रा बिल्कुल न करे क्योंकि संक्रमित व्यक्ति के यात्रा करने के कारण ही यह वायरस चीन से 188 देशों में फैल चुका है।बुखार,खांसी होने पर यात्रा न करे डॉक्टर से सम्पर्क कर अपनी पिछली यात्रा हिस्टरी साँझा करे|
(1) वायरस हवा के माध्यम से एक नगर से दुसरे नगर ,एक शहर से दुसरे शहर नहीं फ़ैल रहा यह वायरस केवल संक्रमित व्यक्ति या संक्रमित वस्तु के एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाने से फैलता है -अतः यात्रा न करे |
(2) यदि वायरस हमारे हाथ ,पैर या कपड़ा से टच(छुता ) जाता है इसका मतलब यह नहीं हुआ की आप covid-19 नामक बीमारी से ग्रसित हो गए जब तक यह वायरस आपके आँख ,नाक या मुँह तक नही पहुँच जाता यह आपको संक्रमित नहीं कर सकता है तब तक आप केवल वायरस के वाहक(कैरियर) बने रहेंगे | -अतः हाथ को बार -बार साबुन से धोये तथा नाक ,आँख ,और मुँह को छूने से बचे |
(3) covid-19 का संक्रमण कमजोर रोग -प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगो के लिए घातक हैं बच्चों और 50 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गो की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है -अतः इन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए |
(4)लम्बी दुरी तैय करके बाहर से आने वाले व्यक्ति को छूने से बचे अथवा छूने बाद अपने हाथ को साबुन से अवश्य धुल ले |
( 5 ) किन्ही आवश्यक घड़ी में ही घर से बाहर निकले यदि आप घर से बाहर किसी आवश्यक वस्तु को खरीदने के उददेश्य से जा रहे है तो इस बात ध्यान रखे की जिस समान/ वस्तु को ले रहे अथवा लेने के दौरान अथवा बाद में भी अपने हाथो से अपने मुँह , नाक , आँखों को छूने से बचे क्योकि ऐसा हो सकता है कि जिस व्यक्ति से आपने वस्तु खरीदी हो | वह व्यक्ति अथवा वस्तु ही संक्रमित हो अत : इस बात का पूरा ध्यान रखे | इसके अलावा वस्तु ( साग ,सब्जिय इत्यादि ) को बिना धोए उपयोग में न लाये और स्वयं के हाथो को बिना साबुन से धोए अथवा सेनेटाईज किये बिना परिवार के किसी भी सदस्य को न छुए अथवा अपने ही मुँह , नाक , आँख को छुए |
कोरोना वायरस के प्रसार के खतरे के आधार पर इसको चार चरणों में बाँटा गया है -
स्टेज 1- आयातित मामले - विदेशो के द्वारा भारत में संक्रमण फैलने का खतरा या कहे विदेश से आये संक्रमित लोगो से भारतीय के लोगो में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है | या कोई भी मरीज जो कोरोना से संक्रमित है | बशर्ते वः विदेश से भारत में आया हो इस मामले के तहत ऐसे केसों को रखा जाता है |
स्टेज 2- स्थानीय स्तर ट्रांसमिशन - के तहत वे मामले आते है जिसमें संक्रमित व्यक्ति जिन्होंने विदेशो में यात्रा की हो उनसे अन्य लोगो में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है | या बीमारी के स्त्रोतों का ज्ञात होना इसका मतलब यह हुआ की वायरस का प्रभाव इसके रिश्तेदारो , अथवा सगे सम्बन्धियों के माध्यम से हो |
स्टेज 3- कमुनिटीय ट्रांसमिशन - के तहत वे मामले आते है जिनमे संक्रमित व्यक्ति भीड़ के समूह के में कोरोना वायरस का प्रसार करता है | या यह वः अवस्था है जिसमे व्यक्ति को यह ज्ञात नही होता की उसे व्यक्ति के माध्यम से संक्रमित हुआ है अर्थात् समुदाय या जन समूह , लोगो से संक्रमित होने का भय हो |
स्टेज 4 -महामारी की अवस्था - वह अवस्था है जब कोरोना वायरस के संक्रमण बहुत तेजी से फैलने लगता है | जिस पर काबु पाना सम्भव नही रह जाता है ऐसे में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या में बेतिहासा बढ़ोत्तरी हो जाती है | या यह वायरस के संक्रमण की अवस्था होती है जिसमे लोगो को यह ज्ञात नही होता की कितने लोग वायरस के प्रभाव के ग्रसित है न उनका कोई सरकारी आकड़ा रखा जा पाना मुनकिम हो कहते का तात्पर्य यह की वायरस का संक्रमण इतना बढ़ जाए की उस पर नियत्रण न हो सके |
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