5जी का आगमन
5जी मोबाइल फोन ताररहित (वायरलेस) सेवा की पाँचवीं पीढ़ी है। इससे पिछली 2जी, 3जीऔर 4जी पीढ़ियां थीं। 5जी की स्पीड कम से कम 4-5 गीगाबाइट पर सेकंड होगी। 5जी टेक्नोलॉजी के बाद इंटरनेट के उपयोगकर्ताओं को डाटा की हाई डेन्सिटी मिलने लगेगी। बेहतर कवरेज मिलेगा और मोबाइल उपकरणों की बैटरी भी कम खर्च होगी। मई 2013 से ही इस टेक्नोलॉजी पर काम शुरू हो गया था।
5जी का आगमन
5जी टेक्नोलॉजी के रिसर्च एंड डवलपमेंट में चीन अग्रणी देश है। चीन ने 5जी के तीसरे चरण पर काम शुरू कर दिया है। चाइना मोबाइल कम्युनिकेशंस कॉर्पोरेशन और हुवेई टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड इस अनुसंधान में सबसे आगे हैं। उम्मीद है कि जून 2019 में 5जी मानकों का पहला प्री-कॉमर्शिल प्रोडक्ट आ जाएगा।
नेटवर्क
5जी जिस तरह से तैयार किया जा रहा है उसके अनुसार यह वर्तमान एलटीई नेटवर्क पर काम कर सकेगा। इसके अधिकतर फीचर एलटीई-एडवांस मानकों पर काम सकेंगे। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2025 तक दुनिया की एक-तिहाई आबादी को 5जी नेटवर्क से कवरेज मिलेगा।
5जी नेटवर्क में एक बिलकुल ही नए रेडियो स्पेक्ट्रम बैंड पर काम करता है, 5जी मिलीमीटर वेव्स इस्तेमाल करता है, इसके बाद एक फ्रीक्वेंसी को ब्रोडकास्ट करता है, जो 30 से 300 GHz पर काम करता है, इसके पहले यह 6GHz पर काम करता है। अभी तक इस तकनीक को सेटलाइट और राडार सिस्टम के बीच में संपर्क के लिए इस्तेमाल किया जाता था, हालाँकि मिलीमीटर वेव्स किसी भी बिल्डिंग या अन्य किसी ठोस वस्तु के बीच में से आसानी से पार नहीं जा सकती हैं, इसके कारण ही 5G को स्मॉल सेल्स का भी लाभ मिलता है।
5जी फोरम
5जी टेक्नोलॉजी के विकास के लिए 4जी फोरम बड़े स्तर पर काम कर रही है। इन फोरम पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वायरलेस कम्युनिकेशन एक्सपर्ट, मोबाइल हैंडसेट कम्पनियां, मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पपनियां, विभिन्न देशों की सरकारें आपसी समन्वय और सहयोग से काम कर रहे हैं।
5जी मोबाइल फोन ताररहित (वायरलेस) सेवा की पाँचवीं पीढ़ी है। इससे पिछली 2जी, 3जीऔर 4जी पीढ़ियां थीं। 5जी की स्पीड कम से कम 4-5 गीगाबाइट पर सेकंड होगी। 5जी टेक्नोलॉजी के बाद इंटरनेट के उपयोगकर्ताओं को डाटा की हाई डेन्सिटी मिलने लगेगी। बेहतर कवरेज मिलेगा और मोबाइल उपकरणों की बैटरी भी कम खर्च होगी। मई 2013 से ही इस टेक्नोलॉजी पर काम शुरू हो गया था।
5जी का आगमन
5जी टेक्नोलॉजी के रिसर्च एंड डवलपमेंट में चीन अग्रणी देश है। चीन ने 5जी के तीसरे चरण पर काम शुरू कर दिया है। चाइना मोबाइल कम्युनिकेशंस कॉर्पोरेशन और हुवेई टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड इस अनुसंधान में सबसे आगे हैं। उम्मीद है कि जून 2019 में 5जी मानकों का पहला प्री-कॉमर्शिल प्रोडक्ट आ जाएगा।
नेटवर्क
5जी जिस तरह से तैयार किया जा रहा है उसके अनुसार यह वर्तमान एलटीई नेटवर्क पर काम कर सकेगा। इसके अधिकतर फीचर एलटीई-एडवांस मानकों पर काम सकेंगे। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2025 तक दुनिया की एक-तिहाई आबादी को 5जी नेटवर्क से कवरेज मिलेगा।
5जी नेटवर्क में एक बिलकुल ही नए रेडियो स्पेक्ट्रम बैंड पर काम करता है, 5जी मिलीमीटर वेव्स इस्तेमाल करता है, इसके बाद एक फ्रीक्वेंसी को ब्रोडकास्ट करता है, जो 30 से 300 GHz पर काम करता है, इसके पहले यह 6GHz पर काम करता है। अभी तक इस तकनीक को सेटलाइट और राडार सिस्टम के बीच में संपर्क के लिए इस्तेमाल किया जाता था, हालाँकि मिलीमीटर वेव्स किसी भी बिल्डिंग या अन्य किसी ठोस वस्तु के बीच में से आसानी से पार नहीं जा सकती हैं, इसके कारण ही 5G को स्मॉल सेल्स का भी लाभ मिलता है।
5जी फोरम
5जी टेक्नोलॉजी के विकास के लिए 4जी फोरम बड़े स्तर पर काम कर रही है। इन फोरम पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वायरलेस कम्युनिकेशन एक्सपर्ट, मोबाइल हैंडसेट कम्पनियां, मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पपनियां, विभिन्न देशों की सरकारें आपसी समन्वय और सहयोग से काम कर रहे हैं।
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